▪ मुद्रास्फीति: यह एक अर्थव्यवस्था में सामान्य मूल्य स्तर में निरंतर वृद्धि है। ▪ मुद्रास्फीतिजनित मंदी: ऐसी स्थिति जिसमें मुद्रास्फीति की दर अधिक होती है, आर्थिक विकास दर धीमी हो जाती है, और बेरोजगारी लगातार बनी रहती है। ▪ अपस्फीति: यह वस्तुओं और सेवाओं के सामान्य मूल्य स्तर में लगातार गिरावट है। ▪ अवस्फीति: यह मुद्रास्फीति की दर में कमी है।