(1) अनिश्चितता का सिद्धांत 1927 में जर्मन भौतिक विज्ञानी वर्नर हाइजेनबर्ग द्वारा व्यक्त किया गया था। इस सिद्धांत के अनुसार किसी वस्तु की स्थिति और गति दोनों को वस्तुत: एक ही समय में मापा नहीं जा सकता है, यहाँ तक कि सिद्धांत के रूप में भी नहीं। एक साथ सटीक स्रिथित और सटीक वेग की अवधारणाओं, का वास्तव में प्रकृति में कोई अर्थ नहीं है।