गुणहीन = गुण से हीन, युद्धभूमि = युद्ध के लिए भूमि, दिनचर्या = दिन की चर्या आदि सभी में विभक्ति का लोप होने के कारण तत्पुरुष समास है। गिरिधर = गिरि को धरण करने वाले अर्थात श्रीकृष्ण, इसमें बहुब्रीहि समास है। अन्य विकल्प:
बहुब्रीहि समास
जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है