दण्डकारण्य का पठार छत्तीसगढ़ के दक्षिण, उड़ीसा के दक्षिण-पश्चिम तथा आंध्र प्रदेश के उत्तर (अब तेलंगाना ) में विस्तृत है। इसलिए इस परियोजना में सम्मिलित राज्य आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ एव उड़ीसा है। दण्डकारण्य परियोजना महान पर्या- वरणविद् दादा माऊ साहिब थोरार द्वारा वृहद स्तरीय वृक्षारोपण की परियोजना है, जो 19 जून, 2006 को सायाखिण्डी गाँव के निकट की पहाड़ी से प्रांरम्भ हुई। इन राज्यों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण एवं बीजारोपण की पहल की गयी है। जिससे यहाँ की प्राकृतिक समृद्धि बनी रहे।