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Question Numbers: 46-50
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
वह बालक अपने जीवन में संघर्ष ही करता रहा। लोग उससे कहते हैं कि यदि बचपन में पढ़ाई की होती तो ऐसे दिन नहीं देखने पड़ते। वह बचपन में पढ़ने भी गया लेकिन देवनागरी लिपि को वह नहीं समझ सका। वह अकसर आम के पेड़ पर चढ़कर कच्चे-पके आम तोड़ता ओर दिन गुजारता। कभी वह दीवार पर चढ़कर बैठ जाता। प्यास लगने पर वह पानी पीता और फिर दोस्तों के बीच चला जाता। वह एक भी पुस्तक ठीक से नहीं पढ़ पाया। खाने में उसे उड़द की दाल पसंद थी। उसकी ये आदतें ही उसकी गरीबी ओर बेकारी का कारण बन गईं। लेकिन उसने अब भी उम्मीद ओर आशा नहीं छेाड़ी है।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
वह बालक अपने जीवन में संघर्ष ही करता रहा। लोग उससे कहते हैं कि यदि बचपन में पढ़ाई की होती तो ऐसे दिन नहीं देखने पड़ते। वह बचपन में पढ़ने भी गया लेकिन देवनागरी लिपि को वह नहीं समझ सका। वह अकसर आम के पेड़ पर चढ़कर कच्चे-पके आम तोड़ता ओर दिन गुजारता। कभी वह दीवार पर चढ़कर बैठ जाता। प्यास लगने पर वह पानी पीता और फिर दोस्तों के बीच चला जाता। वह एक भी पुस्तक ठीक से नहीं पढ़ पाया। खाने में उसे उड़द की दाल पसंद थी। उसकी ये आदतें ही उसकी गरीबी ओर बेकारी का कारण बन गईं। लेकिन उसने अब भी उम्मीद ओर आशा नहीं छेाड़ी है।
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Question : 49
Total: 150
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