रूसी रसायनज्ञ दिमित्री मेंडेलीव ने 1869 में आधुनिक आवर्त सारणी प्रकाशित की। उन्होंने एक तालिका बनाई जिसमें उन्होंने प्रत्येक पंक्ति में बाएँ से दाएँ की ओर परमाणु द्रव्यमान बढ़ाकर सभी तत्वों की व्यवस्था की। उन्होंने तत्वों के समूहों को स्तंभ नाम दिया। उन्होंने इसका उपयोग पहले से ही खोजे गए तत्वों के गुणों को ठीक करने और बाद में खोजे जाने वाले तत्वों के गुणों की भविष्यवाणी करने के लिए किया।