उन्हें भारत के तोते के रूप में या अरबी में 'तुती-ए-हिंद' के नाम से जाना जाता है।
अमीर खुसरो का असली नाम अबुल हसन अमीर खुसरो था।
उनका जन्म यू.पी. के पतियाली शहर में हुआ था।
उन्हें दिल्ली के सभी शासकों, बलबन से ग्यासुद्दीन तक की सुरक्षा मिली।
वे (1253 - 1325) निज़ामुद्दीन औलिया के शिष्य थे।
खुसरो को कभी-कभी "भारत की आवाज़", "उर्दू साहित्य के जनक" और "कव्वाली के जनक" के रूप में जाना जाता है।
तानसेन एक प्रसिद्ध संगीतकार थे और अकबर के दरबार के नव-रत्नों में से एक थे। उन्होंने संगीत के ध्रुपद रूप में बहुत योगदान दिया है। वे 1500 इस्वी के दौरान थे।
इब्न बतूता एक मोरक्को यात्री था जो दिल्ली सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के दौरान भारत आया था। वे अपनी पुस्तक रिहला के लिए प्रसिद्ध हैं।