‘मीरा घर जाती है।’ इस वाक्य में ‘मीरा’ उद्देश्य है और उसका घर जाना विधेय होगा। किसी भी वाक्य में करता ही उद्देश्य होता है अर्थात वाक्य में जिसके संबंध में कुछ कहा जाता है वह उद्देश्य कहलाता है। उद्देश्य = कर्ता + कर्ता का विस्तारक। जैसे - सुंदर लड़की बाग में जाती है। यहाँ सुंदर शब्द विशेषण हैं जो कर्ता का विस्तारक है।
उद्देश्य
किसी भी वाक्य में कर्त्ता ही उद्देश्य होता है अर्थात वाक्य में जिसके संबंध में कहा जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं। जैसे-राम जाता है। इस वाक्य में ‘राम’ उद्देश्य है।