वर्णान्धता या रंग-अंधता (Colourblindness) आँखों का एक आनुवांशिक रोग है, जिसमें रोगी को किसी एक या एक से अधिक रंगों सामान्यत: लाल और हरे रंगों के बीच अंतर का बोध नहीं हो पाता है, जिससे उसकी रंगबोध की शक्ति साधारण व्यक्तियों के रंगबोध की शक्ति से कम होती है। यह रोग जन्म से ही हो सकता है या कतिपय रोगों के बाद उत्पन्न हो सकता है। साधारण व्यक्ति रंग के हल्केपन या गहरेपन का भलीभाति बोध कर सकता है परन्तु इस रोग से ग्रसित व्यक्ति रंगो के गहरेपन का बोध या रंगों के पहचानने की शक्ति खो देता है। वर्णक्रम (Spectrum) के एक रंग अथवा रंगों के मिश्रण के बोध के लोप होने के आधार पर रोग के पृथक-पृथक वर्ग तथा उनके नाम भी है। प्रत्येक 12 आदमियों में से एक वर्णाध आदमी तथा प्रत्येक 200 महिलाओं में एक वर्णाध महिला ( या महिलाओं में ये रोग सामान्यत: नहीं होता है होती है।