आजादी के पूर्व संविधान निर्माण सभा में प्रति 10 लाख पर एक प्रतिनिधि के सिद्धांत पर संविधान सभा गठित हुई। प्रांतों से (ब्रिटिश क्षेत्रों से) अप्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित होकर तथा देशी रियासतों से, शासकों द्वारा मनोनीत होकर संविधान सभा के सदस्य आए। छत्तीसगढ़ के ब्रिटिश क्षेत्रों से संविधान निर्माण सभा में पं. रविशंकर शुक्ल, ठाकुर छेदीलाल एवं घनश्याम सिह गुप्त इत्यादि सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित होकर संविधान सभा के सदस्य बने।