वायसराय लॉर्ड कर्जन का सबसे घृणित कार्य 1905 ई. में 'बंगाल का विभाजन ' था। इस समय बंगाल में बिहार, उड़ीसा तथा वर्तमान बांग्लादेश शामिल थे। ( 1874 ई. में असम, बंगाल से अलग हो गया था। राष्ट्रवादियों के विरोध ने बावजूद कर्जन के यह निर्णय लिया जिसके परिणामस्वरूप 7 अगस्त, 1905 ई. को कोलकाता के टाउन हॉल में स्वदेशी आंदोलन की घोषणा की गई तथा इसी बैठक में ऐतिहासिक बहिष्कार प्रस्ताव पारित हुआ तथा अंग्रेजी सामान के बायकाट का आंदोलन शुरू हुआ। राष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में सर्वप्रथम 8 नवम्बर 1905 को रेगपुर नेशनल स्कूल की स्थापना हुई। 6 नवम्बर, 1905 को कलकत्ता में एक सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय नियंत्रण में राष्ट्रीय साहित्यिक वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा परषिद् स्थापित करने का फैसला किया गया। शांति निकेतन के तर्ज का वेगाल नेशनल कालेज और स्कूल की स्थापना की गयी।