भारत में वर्तमान में 6 राष्ट्रीय जलमार्ग है, जो लगभग 6500 किमी. जलमार्ग सुनिश्चित करते हैं, परन्तु भारत में 14,500 किमी. नौवहनीय जलमार्ग बनाने की योजना है, जिसमें 111 जलमार्ग विभिन्न नदियों, नहरों, पश्चजल, क्रीक आदि पद बनाये जायेंगे। जिसके कारण परिवहन लागत तो कम होगी ही, बल्क सड़कों पर जाम कम होगा और वायु प्रदूषण भी कम होगा। राष्ट्रीय जलमार्ग-3 (NW-III)-the west coast Canal ( केरल तटीय ) नहर जलमार्ग (लगभग- 385 किमी. लम्बा ) है, जो केरल में कोल्लम नहर से कोट्टापुरम नहर को जोड़ता है (1993 में घोषित) जिसके कारण केरल में व्यापार तो सुगम हुआ ही बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।