मनुष्य की आँख में स्थित लेंस या अभिनेत्र लेंस (Eye Lense) द्वारा रेटिना पर वस्तु का प्रतिबिम्ब हमेशा वास्तविक और उल्टा बनता है, परन्तु अनुभव के आधार पर मनुष्य को वह सीधा दिखाई देता है, क्योंकि मनुष्य का अभिनेत्र लेंस उत्तल लेंस की तरह व्यवहार करता है।