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Question Numbers: 100-105
दिए गए काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्न का उत्तर दीजिए ।
बंदनी जननी! तुझे
हम मुक्त कर देंगे।
श्रृंखलाएँ ताप से उर की गलेंगी
भित्तियाँ यह लौह की रज में मिलेंगी
रक्त से अपने खिलाकर लाल बादल
तिमिर को अब हम उषा आरक्त कर देंगे।
तुझे हम मुक्त कर देंगे।
दिए गए काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्न का उत्तर दीजिए ।
बंदनी जननी! तुझे
हम मुक्त कर देंगे।
श्रृंखलाएँ ताप से उर की गलेंगी
भित्तियाँ यह लौह की रज में मिलेंगी
रक्त से अपने खिलाकर लाल बादल
तिमिर को अब हम उषा आरक्त कर देंगे।
तुझे हम मुक्त कर देंगे।
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