Show Para
Question Numbers: 91-99
दिए गए गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
मानव की दो मूल प्रवृत्तियाँ होती हैं। एक तो यह कि लोग हमारे गुणों की कद्र करें, हमें दाद दें और हमारा आदर करें। दूसरी यह कि हमसे प्रेम करें, हमारा अभाव महसूस करें, उनके जीवन में हम कुछ महत्व रखते हैं, ऐसा अनुभव करें। आपके ज़रा-से भी कार्य की यदि किसी ने सच्चे दिल से प्रशंसा की तो आपका दिल कैसा खिल उठता है। कोई आपसे सलाह माँगने आता है तो आपका मन कैसे फूल जाता है।
ऊपर से कोई बड़ा आदमी कितना भी आत्मविश्वासी और आत्मसंतुष्ट क्यों न दिखाई दे, भीतर से वह हमारी आपकी तरह प्रशंसा का प्रोत्साहन का, स्नेह का भूखा है। यदि आप उसे प्रामाणिकतापूर्वक दे सकें तो आप फ़ौरन उसके हृदय के निकट पहुँच जाएँगे। दूसरों की भावनाओं को ठीक-ठीक समझना, उनकी कद्र करना, उनके साथ सच्चाई और स्नेह का व्यवहार करना ही व्यवहार कुशलता है। इसी से सामाजिक जीवन में लोकप्रियता के दरवाज़े खोलने की कुंजी हाथ लगती है।
दिए गए गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
मानव की दो मूल प्रवृत्तियाँ होती हैं। एक तो यह कि लोग हमारे गुणों की कद्र करें, हमें दाद दें और हमारा आदर करें। दूसरी यह कि हमसे प्रेम करें, हमारा अभाव महसूस करें, उनके जीवन में हम कुछ महत्व रखते हैं, ऐसा अनुभव करें। आपके ज़रा-से भी कार्य की यदि किसी ने सच्चे दिल से प्रशंसा की तो आपका दिल कैसा खिल उठता है। कोई आपसे सलाह माँगने आता है तो आपका मन कैसे फूल जाता है।
ऊपर से कोई बड़ा आदमी कितना भी आत्मविश्वासी और आत्मसंतुष्ट क्यों न दिखाई दे, भीतर से वह हमारी आपकी तरह प्रशंसा का प्रोत्साहन का, स्नेह का भूखा है। यदि आप उसे प्रामाणिकतापूर्वक दे सकें तो आप फ़ौरन उसके हृदय के निकट पहुँच जाएँगे। दूसरों की भावनाओं को ठीक-ठीक समझना, उनकी कद्र करना, उनके साथ सच्चाई और स्नेह का व्यवहार करना ही व्यवहार कुशलता है। इसी से सामाजिक जीवन में लोकप्रियता के दरवाज़े खोलने की कुंजी हाथ लगती है।
Go to Question: