CTET 2 Social and Science 29 Dec 2021 Paper

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Question Numbers: 129-135
नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए I
आध्यात्मिक गुरु एक्हार्ट टोल अपनी किताब 'दि पावर ऑफ नाऊ' में लिखते हैं कि चेतना रूप और आकार का ऐसा स्वांग रचती है, जिसमें वह स्वयं को खो देती है I मानव सभ्यता के जीवने के लिए ज़रूरी है कि हम चेतना को अगले स्तर तक ले जाएँ I
इतिहास में मिनांडर और बौद्ध गुरु नागसेन, नागार्जुन की एक महान चर्चा का विवरण मिलता है। राजा और दार्शनिक के बीच के संवाद में कर्म, नाम, रूप, निर्वाण, पुनर्जन्म, आत्मा वगैरह पर चर्चा की गई है। नागसेन से मिनांडर पूछते हैं कि बुद्ध कहाँ हैं? नागसेन कहते हैं कि वह परम निर्वाण को प्राप्त हो गए I मिनांडर पूछते हैं कि क्या निर्वाण को प्राप्त होने के बाद भी अस्तित्व रहता है? गुरु नागसेन उल्टे उन्हीं से पूछते हैं कि क्या शांत हो चुकी अग्नि में लपट शेष रहती है? क्या उसे देखा जा सकता है? इस पर मिनांडर कहते हैं कि आपका अर्थ है कि तब बुद्ध नहीं हैं? बौद्ध गुरु कहते हैं कि अग्नि का अस्तित्व समाप्त हो सकता है? नहीं। ठीक उसी प्रकार बुद्ध हर जगह हैं। बुद्धत्व की संभावनाएँ हर समय हैं I हर जीव की चेतना में बुद्धत्व है। हमारी चेतना का जागरण ही उसका साक्षात्कार कर सकता है।
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Question : 132
Total: 150
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