REET 2015 Level 2 Math and Science Paper

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Question Numbers: 86-90
निम्नलिखित काव्यांश के आधार पर प्रश्न निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
थूके, मुझ पर त्रैलोक्य भले ही थूके,
जो कोई जो कह सके, कहे, क्यों चूके?
छीने न मातृपद किंतु भरत का मुझसे
रे राम दुहाई करूँ और क्या तुझसे?
कहते आते थे यही अभी नरदेही,
माता न कुमाता , पुत्र कुपुत्र भले ही।
अब कहें सभी यह हाय! विरुद्ध विधाता –
‘है पुत्र पुत्र ही, रहे माता कुमाता।’
बस मैंने इसका बाह्य-मात्र ही देखा,
दृढ़ ह्रदय न देखा मृदुल गात्र ही देखा।
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Question : 86
Total: 150
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