Show Para
Question Numbers: 66-69
निम्नलिखित पद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए:
हम पंछी उन्मुक्त गगन के, पिंजरबद्ध न गा पाएँगे,
कनक-तीलियों से टकराकर
पुलकित पंख टूट जाएँगे ।
स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन में
अपनी गति, उड़ान सब भूले
बस सपनों में देख रहे हैं
तरु की फुनगी पर के झूले ।
हम बहता जल पीने वाले
मर जाएँगे भूखे-प्यासे,
कहीं भली है कटुक निबौरी
कनक कटोरी की मैदा से ।
निम्नलिखित पद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए:
हम पंछी उन्मुक्त गगन के, पिंजरबद्ध न गा पाएँगे,
कनक-तीलियों से टकराकर
पुलकित पंख टूट जाएँगे ।
स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन में
अपनी गति, उड़ान सब भूले
बस सपनों में देख रहे हैं
तरु की फुनगी पर के झूले ।
हम बहता जल पीने वाले
मर जाएँगे भूखे-प्यासे,
कहीं भली है कटुक निबौरी
कनक कटोरी की मैदा से ।
© examsnet.com
Question : 67
Total: 150
Go to Question: