अम्लराज का लैटिन भाषा में अर्थ है-'शाही पानी' यह सोने और प्लैटिनम जैसी शाही धातुओं को धुला सकता है। ● अम्लराज एक संक्षारक अभिकर्मक है जिसका उपयोग कांच के बने पदार्थ को साफ करने और सोने की शोधन प्रक्रियाओं में किया जाता है। ● यह नाइट्रिक एसिड और हाइड्रोक्लोरिक एसिड को 1:3 अनुपात में मिलाकर बनाया जाता है। ● अम्लराज घोल आमतौर पर एक पीला, लाल-नारंगी, धूम्र युक्त तरल होता है। ● यह जहरीला धुआँ छोड़ता है और अगर यह मानव त्वचा के सीधे संपर्क में आता है तो बहुत खतरनाक होता है। ● अम्लराज का उपयोग धातु की नक्काशी और प्रयोगशाला उपकरणों (विशेष रूप से कार्बनिक यौगिकों के कांच के बने पदार्थ) की सफाई के लिए भी किया जाता है।