(3) कांग्रेस के लाहौर सत्र ने 31 दिसम्बर, 1929 को पूर्ण स्वराज को अपना उद्देश्य घोषित करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव को 26 जनवरी, 1930 को अपनाया गया। इसने कांग्रेस के लक्य को सीमित स्वायत्तता या प्रभुत्व की स्थिति के बजाय पूर्ण स्वराज, या पूर्ण स्वतंत्रता के रूप में स्थापित किया।