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Question Numbers: 18-20
अनुच्छेद पढ़कर, दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर चुनिए :-
अनुशासन का अर्थ है - नियमों-विधियों का पालन करना। अनुशासन की कसौटी है - स्वशासन अर्थात बिना किसी दबाव या भय के स्वयं सहज रूप में नियमों का पालन करना। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन सुचारू रूप से नहीं चल सकता। अतः एक सामाजिक प्राणी होने के नाते मनुष्य को समाज में रहने के लिए अनुशासन की आवश्यकता परिवार, समाज या देश अनुशासित होता है वह प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहता है। अनुशासित व्यक्ति अपने आचरण से मूल्यों को व्यवहार में ढाल कर आदर्श प्रस्तुत करता है। वह आत्म-संधान कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। अनुशासन एक प्रकार का भाव है जो लोकमंगल की ओर प्रवृत्त रहता है। समाज और राजनियमों का, स्वास्थ्य और सदाचार के नियमों का अनुशासित पालन करता है। फलतः अनुशासन उसके स्वभाव का अंग बन जाता है। अनुशासन ही लक्ष्य प्राप्ति और राष्ट्र के विकास में सहायक होता है।
अनुच्छेद पढ़कर, दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर चुनिए :-
अनुशासन का अर्थ है - नियमों-विधियों का पालन करना। अनुशासन की कसौटी है - स्वशासन अर्थात बिना किसी दबाव या भय के स्वयं सहज रूप में नियमों का पालन करना। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। अनुशासन के बिना मनुष्य का जीवन सुचारू रूप से नहीं चल सकता। अतः एक सामाजिक प्राणी होने के नाते मनुष्य को समाज में रहने के लिए अनुशासन की आवश्यकता परिवार, समाज या देश अनुशासित होता है वह प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहता है। अनुशासित व्यक्ति अपने आचरण से मूल्यों को व्यवहार में ढाल कर आदर्श प्रस्तुत करता है। वह आत्म-संधान कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। अनुशासन एक प्रकार का भाव है जो लोकमंगल की ओर प्रवृत्त रहता है। समाज और राजनियमों का, स्वास्थ्य और सदाचार के नियमों का अनुशासित पालन करता है। फलतः अनुशासन उसके स्वभाव का अंग बन जाता है। अनुशासन ही लक्ष्य प्राप्ति और राष्ट्र के विकास में सहायक होता है।
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