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Question Numbers: 84-87
निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सर्वाधिक उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
"आज दुनिया ने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन मानवता के प्रति प्रेम की घोषणा के होते हुए भी उनकी बुनियाद उन खूबियों की जगह, जो आदमी को इन्सान बनाती हैं, नफरत और हिंसा पर ज्यादा रही है। लड़ाई, सच्चाई और ईन्सानियत से इन्कार है। कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि लड़ाई का टालना मुमकिन न हो, लेकिन उसके नतीज़े बहुत खतरनाक होते हैं। उसमें सिर्फ आदमियों की जान ही नहीं ली जाती, बल्कि जान-बुझकर लगातार नफरत और झूठ का प्रचार किया जाता है और धीरे-धीरे ये बातें लोगों की आम आदत हो जाती है। अपनी जिंदगी के बहाव में नफरत और झूठ के इशारों पर चलना बहुत खतरनाक होता है। उससे ताकत की बरबादी होती है, दिमाग संकरा और विकृत हो जाता है और सच्चाई को देखने में रुकावट होती है। दुख की बात है कि आज हिन्दुस्तान में बहुत सख्त नफरत है। गुजरा ज़माना हमारा पीछा करता है और मौजूदा ज़माना उससे भिन्न नहीं है।
निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सर्वाधिक उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
"आज दुनिया ने बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन मानवता के प्रति प्रेम की घोषणा के होते हुए भी उनकी बुनियाद उन खूबियों की जगह, जो आदमी को इन्सान बनाती हैं, नफरत और हिंसा पर ज्यादा रही है। लड़ाई, सच्चाई और ईन्सानियत से इन्कार है। कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि लड़ाई का टालना मुमकिन न हो, लेकिन उसके नतीज़े बहुत खतरनाक होते हैं। उसमें सिर्फ आदमियों की जान ही नहीं ली जाती, बल्कि जान-बुझकर लगातार नफरत और झूठ का प्रचार किया जाता है और धीरे-धीरे ये बातें लोगों की आम आदत हो जाती है। अपनी जिंदगी के बहाव में नफरत और झूठ के इशारों पर चलना बहुत खतरनाक होता है। उससे ताकत की बरबादी होती है, दिमाग संकरा और विकृत हो जाता है और सच्चाई को देखने में रुकावट होती है। दुख की बात है कि आज हिन्दुस्तान में बहुत सख्त नफरत है। गुजरा ज़माना हमारा पीछा करता है और मौजूदा ज़माना उससे भिन्न नहीं है।
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