केन्द्रीय सरकारी/सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (CPSE) मुख्यत: आधारभूत ( 8 अधारभूत उद्योग ) तथा भारी उद्योगों की श्रेणी में आते हैं। बाकी उद्योगों को निजी या संयुक्त भागीदारी उद्योगों को समर्पित कर दिया है। जैसे उपभोक्ता उद्योग। भारत में CPSE′S को महारत्न नवरत्न तथा लघुरत्न श्रेणीयों में बाँटा गया है। वर्तमान में ( 2017 ) भारत में 7 महारत्न CPSE है।
चूंकि ये उद्योग भी घाटे मे चलते हैं तथा कई उद्योगो को बंद भी करना पड़ता हैउदाहरण स्वरूप-2015 तक BSNL (CPSE) घाटे में चल रही थी परन्तु 2016 में ये 1000 करोड़ के फायदे में आ गयी है। तथा इसी तरह भारत सरकार ने HMT ( हिंदुस्तान मशीन टूल्स) को घाटे में चलने के कारण बंद कर दिया है। क्योंकि ये भारत सरकार के अधीन हैं इसलिए इन में रोजगार करने वाले कर्मचारियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सरकार के कर्मचारी होते हैं। इसलिए सुरक्षित होते हैं।