छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख नेताओं को बंबई के कांग्रेस अधिवेशन ( 1941 ) से लौटते समय मलकापुर में गिरफ्तार कर लिया गया। इन नेताओं में पंडित रविशंकर शुक्ल, खूबचंद बघेल, लक्ष्मीनारायण दास, छेदीलाल आदि प्रमुख थे। गिरफ्तारी के विरोध में राज्य की शैक्षणिक संस्थाएँ व बाजार बंद रहे, एक विशाल जुलुस निकाला गया। तथा अनेकों लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोतवाली के पास पुलिस ने हवा में गोलियाँ चलाई तथा गाँधी चौक में सभा का आयोजन हुआ। इस आंदोलन के अग्रणी नेता कमलनारायण शर्मा, रणवीर सिंह शास्त्री, जयनारायण पाण्डेय तथा त्रेतानाथ तिवारी थे। परन्तु बिलासपुर क्षेत्र में इस आंदोलन का नेतृत्व छेदीलाल सिंह, यदुनंदन प्रसाद श्रीवास्तव, चिंतामणि ओत्तलवार, कालीचरण तथा राजकिशोर वर्मा आदि ने किया।