नवीनतम शोध कार्यों से यह प्रमाणित हो चुका है, कि जैन धर्म अति प्राचीन (बौद्ध धर्म से पहले) है तथा वर्धमान महावीर जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे। जैन अनुश्रुतियों के अनुसार, प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव अथवा आदिनाथ तथा 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे। महावीर स्वामी ने जैन धर्म में अपेक्षित सुधार करके इसका व्यापक स्तर पर प्रचार करके इसे शिखर तक पहुँचाया। इसलिए महावीर स्वामी को जैन धर्म का वास्तविक संस्थापक स्वीकार किया जाता है।