इब्नबतूता, शेख फकह अबु अब्दुल्ला (1333-47) यह मोरक्को मूल का अरब यात्री था। विभिन्न देशों की विस्तृत यात्रा के बाद यह सन् 1333 में मुहम्मद बिन तुगलक के शासन काल के दौरान भारत आया। मुहम्मद बिन तुगलक ने इसे दिल्ली का काजी नियुक्त किया। आठ वर्ष तक यह काजी के पद पर रहा। लेकिन बाद में सुल्तान का कृपापात्र न रहने से पदच्युत कर दिया गया। 1345 में यह मदुरै के सुल्तान के राजदरबार में रहा। 1353 में मोरक्को लौटने पर इब्नबतूता ने रेहला नामक पुस्तक में अपने यात्रा संस्मरणों का संकलन प्रकाशित किया। रेहला में मुहम्मद बिन तुगलक के शासन काल तथा तत्कालीन भारत की भौगोलिक, आर्थिक एवं सामाजिक दशा पर इसने व्यापक प्रकाश डाला है।