मुकुटधर पाण्डेय एक अखिल भारतीय ख्याति के रचनाकार हुए। अपनी रचना कुररी के प्रति से वे हिन्दी साहित्य में छायावाद के जनक माने जाते हैं। जबकि पं. लोचन प्रसाद पाण्डेय आधुनिक छत्तीसगढ़ के प्रथम कवि है। इन्होंने ही छत्तीसगढ़ी में गद्य लेखन की परम्परा का शुभारम्भ किया है। प्रथम छत्तीसगढ़ी नाटक की शुरुआत पं. लोचन प्रसाद पाण्डेय के कलिकाल से मानी जाती है। जबकि गजानन माधव मुक्तिबोध (1913-1964: जन्म स्थान-श्योपुर; मध्य प्रदेश ) मध्य प्रदेश के एक क्रांतिकारी कवि थे।