1600 ई. में महारानी एलिजाबेथ के चार्टर के तहत ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी को भारतीय क्षेत्रों में व्यापार का एकाधिकार मिला था। इस समय 1764 में बक्सर युद्ध के बाद ब्रिटिश शासन के दौरान हुए संवैधानिक विकास को हम 1773 ई. के रेग्यूलेटिंग एक्ट से लेकर 1935 ई. के भारत शासन अधिनियम के संदर्भ में देख सकते हैं। 1773 के रेग्यूलेटिंग एक्ट ( भारत पर ब्रिटिशर्स का पहला संवैधानिक एवं प्रशासनिक विकास ) के प्रमुख प्रावधान एवं प्रभाव थे- 1. कंपनी पर संसदीय नियंत्रण की स्थापना 2. कंपनी के संविधान में बदलाव 3. गवर्नर की जगह पर गवर्नर जनरल 4. कलकत्ता में एक सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना इस अधिनियम द्वारा बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल-वॉरेन हेस्टिग्स (1773- 85 ई.) (बंगाल का पहला गवर्नर-क्लाइव, अंतिम गवर्नर-वॉरेन हेस्टिंग्स ) को बनाया गया तथा इस अधिनियम द्वारा कलकत्ता में एक सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की गई, जिसमें एक मुख्य न्यायाधीश तथा तीन अन्य न्यायाधीश थे। मुख्य न्यायाधीश- एलिजा इम्पे अन्य न्यायाधीश- हाइट, चैम्बर्स, लिमैस्टर