बस्तर जिले में दीपावली के तीसरे दिन या भाईदूज के अगले दिन यादव ( राउत) जाति द्वारा घर-घर पहुँच कर नृत्य किया जाता है इसके दूसरे नाम माटी तिहार और बीजा पंडुम भी है। यह मुख्यत: पृथ्वी की पूजा का त्योहार है, इसमें फसल उत्पादन ज्यादा होने के लिए धन्यवाद स्वरूप पृथ्वी की पूजा (फसल कटने से पहले) की जाती है।