महात्मा गाँधी की 12 मार्च, 1930 से प्रारंभ दांडी यात्रा से सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत देश भर में हुई, इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में भी आंदोलनों की शुरुआत हुई। इसके ही भाग के रूप में गट्टासिल्ली का जंगल सत्याग्रह 1930 में धमतरी जिले में हुआ। इस जंगल सत्याग्रह में 500 जानवरों को वन में घास चरने के आरोप के कारण कांजी हाउस में बंद् करने का सत्याग्रहियों द्वारा विरोध किया गया। इस आंदोलन के प्रमुख नेता श्री गणेश नारायण राव मेघावाले तथा श्री नत्थूजी जगताप थे। इस आंदोलन की शुरुआत धमतरी में श्री गणेश नारायण राव मेघावाले द्वारा नमक बनाकर की गई।