किसी भी परिवार के बच्चे समाजीकरण के माध्यम से अपने मूल्यों को अर्जित करते हैं। समाजीकरण की प्रक्रिया में कोई भी व्यक्ति अपनी संस्कृति या उपसंस्कृति के मूल्यों, व्यवहारों, विश्वासों और धारणाओं को अर्जित करता है। इसमें धर्म, राष्ट्रीयता और सामाजिक वर्ग भी शामिल हैं।