'गुरु तेगबहादुर' औरंगजेब के समकालीन ये सिखों के नौवें गुरु तथा गुरु हरकिशन पुत्र थे। औरंगजेब ने इन्हें दिल्ली में कैद कर रखा था तथा इस्लाम स्वीकार नहीं करने के कारण 1765 ई. में इनकी हत्या करवा दी थी। विदित है कि सिखों के एक अन्य गुरु अर्जुन देव को जहाँगीर ने 1606 ई. में फाँसी दे दी थी। 'गुरु रामदास' अकबर के समकालीन थे। अकबर ने इन्हें 500 बीघा जमीन प्रदान की, जहाँ इन्होंने 'अमृतसर' नगर की स्थापना की। गुरु गोविन्द सिंह सिखों के दसवें (अंतिम ) गुरु थे। इनका जन्म 'पटना साहिब' में हुआ था, इन्होंने 'खालसा पंथ' की स्थापना की।