दिल्ली के सुल्तान बलवन का पूरा नाम - 'ग्यासुद्दीन बलवन' था। बलवन दिल्ली सुल्तान के गुलाम वंश से संबंधित शासक था। उसने सुल्तान की प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए 'रक्त और की नीति' अपनाई। बलवन ने 'चालीसा दल' का दमन किया साथ ही सिजदा और पाबोस की प्रथा को दरबार में पुनः शुरू करवाया। इसके अतिरिक्त उसने ईरानी त्योहार 'नौरोज प्रथा' भी आरंभ की। बलवन के अनुसार, 'सुल्तान पृथ्वी पर ईश्वर का प्रतिनिधि है। उसने मंगोल आक्रमण से मुकाबला करने के लिए एक अलग सैन्य विभाग 'दीवान-ए-अर्ज' की स्थापना की।