'वंदे मातरम्' गीत बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित है। यह गीत उनकी कृति 'आनंद् मठ' से लिया गया है। विदित है कि इसके द्वारा रचित उपन्यास ' आनंद मठ' सन्यासी विद्रोह पर आधारित था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1896 ई. में आयोजित कलकता अधिवेशन में इसे रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा गाया गया था। 24 जनवरी, 1950 में 'वंदे-मातरम्' को राष्ट्रगीत के रूप में स्वीकृत किया गया।