अब तक विश्व में 6 बड़ी परमाणु दुर्घटनाएँ हुई है। INES की रेटिंग के आधार पर चेर्नोबिल परमाणु हादसा (INES रेटिंग-7) 1986 (सोवियत संघ, अब यूक्रेन ) में अब तक का सबसे बड़ा परमाणु हादसा है। चेर्नोबिल परमाणु हादसे का मुख्य कारण-एक सामान्य परीक्षण के दौरान न्यूक्लियर प्लांट का सुरक्षा तंत्र फेल हो गया, लिहाजा। आपातकालीन दशा में रिएक्टर का अपने आप बंद होने का विकल्प समाप्त हो गया। नतीजन रिएक्टर के ईंधन तत्तों की छड़े 3,600° फारेनहाइट के तापमान पर जाकर पिघल गई और भयानक विस्फोट से पर्यावरण में रेडियोधर्मिता फैल गई। इस हादसे में प्लांट में कार्यरत 56 कर्मचारी तत्काल मारे गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट अनुसार इसके विकिरण के प्रभाव से दीर्घकालिक अवधि में करीब 9,000 लोग मारे गए। इस घटना के कारण करीब दो लाख लोगों को विस्थापित किया गया। विश्व के अन्य 5 खतरनाक परमाणु हादसें- 1. किस्तिम परमाणु हादसा (सोवियत संघ:1957 ) 2. थ्रीमाइल आइलैंड (अमेरिका-1979) 3. विंडस्केल फायर (ब्रिटेन, 1957 ) 4. टोकामुपुरा (1999, जापान ) 5. फुफुशिमा (2011, जापान ) नोट-1. सिवटर्स -विकिरण मापने की इकाई है।