मुगल वंश ( 1526−1857ई.) के पाँचवें शासक शाहजहाँ के शासन काल का विस्तृत वर्णन इतिहासकार इनायत खाँ ने 'शाहजहाँनामा' में किया है, जबकि इतिहासकार अब्दुल हमीद लाहौरी और मुहम्मद सादिक ने 'पादशाहनामा' तथा मुहम्मद सालेह ने 'अमले-सालेह' नामक प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी है तथा उस्ताद अहमद लाहोरी ताजमहल का मुख्य स्थापत्यकार था, जिसे शाहजहाँ ने नादिर-उल-अस्र' की उपाधि प्रदान की तथा इसका प्रधान मिस्त्री 'उस्ताद इसा' था। बाबर की पुत्री और हुमायूँ की बहन गुलबदन बेगम ने 'हुमायूँनामा' लिखा है।